एक गरीब किसान का चारा चरना भी बर्दाश्त नहीं हुआ इन सवर्णों को ? एक गरीब किसान का चारा चरना भी बर्दाश्त नहीं हुआ इन सवर्णों को ?
जैसे हो तुम ऐसे ही रहना मुझे तुम ऐसे ही पसंद हो ! जैसे हो तुम ऐसे ही रहना मुझे तुम ऐसे ही पसंद हो !
ठाकुर जी की रहमतें देखकर अक्सर तराज़ू टूट जाते हैं ! ठाकुर जी की रहमतें देखकर अक्सर तराज़ू टूट जाते हैं !
पहले वाले तो थोडे ढोगीं लगे क्योंकि उनके आँखे नारियों पर से हट नहीं रहीं थी। दूसरे वाले ठीक ठाक जानक... पहले वाले तो थोडे ढोगीं लगे क्योंकि उनके आँखे नारियों पर से हट नहीं रहीं थी। दूस...
एक दिन भारी बाढ़ के कारण वह थोड़ी देर से पहुंचा एक दिन भारी बाढ़ के कारण वह थोड़ी देर से पहुंचा
उस चबूतरे पर उनकी बहिन मुक्ताबाई और दोनों भाई निवृत्तिनाथ एवं सोपानदेव भी बैठे थे। चबूत उस चबूतरे पर उनकी बहिन मुक्ताबाई और दोनों भाई निवृत्तिनाथ एवं सोपानदेव भी बैठे थ...